मंगलवार शाम बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) के कार्यालय में भारतीय क्रिकेट की बड़ी हस्तियों का जमावड़ा था। इस मौके पर सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर के नाम पर बनाए गए नए कमरों का उद्घाटन हुआ। इस आयोजन में बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी, सचिव देवजीत सैकिया और जीएम अबे कुरुविला मौजूद थे। खुद तेंदुलकर और गावस्कर भी इस कार्यक्रम में शरीक हुए।
राष्ट्रीय चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर समेत सभी चयनकर्ता भी मौजूद थे। हालांकि, रोहित शर्मा और गौतम गंभीर इस आयोजन में नजर नहीं आए। रोहित की गैरमौजूदगी का कारण मुंबई इंडियंस का उसी शाम एक मैच खेलना था। लेकिन असली चौंकाने वाली खबर अगले दिन आई, जब रोहित ने अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। यह फैसला न केवल बीसीसीआई अधिकारियों, बल्कि मुंबई इंडियंस के उनके साथियों को भी हैरान कर गया।
बताया जा रहा है कि रोहित ने बुधवार शाम बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों को ईमेल के जरिए अपना फैसला सूचित किया। ठीक उसी समय जब उन्होंने सोशल मीडिया पर संन्यास की जानकारी साझा की, सीसीआई (क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया) में अजीत अगरकर फोन पर बातचीत करते देखे गए। हालांकि यह पुष्टि नहीं हो पाई कि वह बातचीत रोहित से ही थी, लेकिन माना जा रहा है कि चयनकर्ताओं को इस फैसले की कोई भनक नहीं थी।
अब इस फैसले के बाद इंग्लैंड दौरे पर होने वाली पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में रोहित की उपलब्धता को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर विराम लग गया है। हालांकि इसके साथ ही यह सवाल भी उठने लगे हैं कि उन्होंने इतनी अचानक यह निर्णय क्यों लिया। कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि चयनकर्ता इंग्लैंड सीरीज के लिए उन्हें कप्तान बनाए रखने के इच्छुक नहीं थे।
माना जाता है कि मंगलवार को चयनकर्ताओं ने इंग्लैंड दौरे पर चर्चा की थी, लेकिन कप्तानी को लेकर कोई आधिकारिक चर्चा हुई या नहीं, इसका पता नहीं चल सका है। रोहित के बारे में अंतिम फैसला टेस्ट टीम के चयन से करीब एक सप्ताह पहले लिया जाना था, जो संभवतः आईपीएल प्लेऑफ्स के आसपास होगा। आईपीएल प्लेऑफ्स की दौड़ से बाहर हो चुके खिलाड़ियों की ‘इंडिया ए’ टीम की घोषणा लगभग 15 मई को की जा सकती है।
क्रिकबज़ ने पहले बताया था कि रोहित अपने टेस्ट भविष्य का फैसला आईपीएल के प्रदर्शन के आधार पर करेंगे। भले ही उन्होंने कुछ बेहतरीन पारियां खेलीं, लेकिन टूर्नामेंट में उनका कुल प्रदर्शन बहुत प्रभावशाली नहीं रहा। 11 मैचों में उन्होंने 300 रन बनाए, औसत रहा 30 — यह आंकड़े उनके स्तर के खिलाड़ी के लिए संतोषजनक नहीं कहे जा सकते।
यह फैसला पूरी तरह निजी था या इसके पीछे कोई बाहरी कारण भी था, यह स्पष्ट नहीं है। ध्यान देने वाली बात यह है कि हाल ही में भारतीय टीम के कुछ सपोर्ट स्टाफ, जो रोहित के करीबी माने जाते थे, उनके अनुबंध नवीनीकृत नहीं किए गए। इसके कुछ दिनों बाद ही रोहित ने उनमें से एक की सार्वजनिक रूप से तारीफ की थी।
हालांकि रोहित वनडे क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में इस बात की पुष्टि की। वह भारतीय वनडे टीम की कप्तानी भी करते रहेंगे। पहले से ही यह जानकारी थी कि वह अपने करीबी मित्र अभिषेक नायर के साथ मिलकर अपनी बल्लेबाजी और फिटनेस पर काम कर रहे हैं, और 2027 विश्व कप तक उनका खेलना जारी रहने की संभावना है।