मंगलवार से शुरू हो रहे मलेशिया सुपर 1000 बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारत की शीर्ष डबल्स जोड़ी सत्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी अपनी शानदार शुरुआत के लिए तैयार हैं। इसके साथ ही, लक्ष्य सेन अपनी हालिया सफलताओं को बरकरार रखने की कोशिश करेंगे, जबकि एचएस प्रणय ब्रेक के बाद कोर्ट पर वापसी करेंगे।
पिछले प्रदर्शन से प्रेरणा लेकर नई शुरुआत
सत्विक और चिराग, जो इस टूर्नामेंट में सातवीं वरीयता प्राप्त हैं, 2025 का अभियान उसी जगह से शुरू कर रहे हैं, जहां उन्होंने 2024 में शुरुआत की थी। पिछला साल इस जोड़ी के लिए बेहद खास रहा, जिसमें उन्होंने चार फाइनल मुकाबलों में पहुंचकर दो खिताब अपने नाम किए। एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के बाद यह जोड़ी अपने विजयी अभियान को जारी रखने के इरादे से कोर्ट पर उतरेगी।
पूर्व विश्व नंबर एक और कोच किम तान हेर के साथ दोबारा जुड़ने के बाद यह जोड़ी और अधिक सफलता हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है।
कड़ी चुनौती का सामना
हालांकि, सत्विक और चिराग का सफर आसान नहीं होगा। उन्हें कठिन ड्रॉ का सामना करना पड़ेगा, जिसमें कई बेहतरीन खिलाड़ी शामिल हैं। पहले दौर में उनका मुकाबला चीनी ताइपे की जोड़ी मिंग चे लु और तांग काई वेई से होगा। इसके बाद क्वार्टरफाइनल में उनका सामना इंडोनेशिया की चौथी वरीयता प्राप्त जोड़ी फजर अल्फियन और मुहम्मद रियान अर्डियानतो से हो सकता है।
लक्ष्य सेन की शानदार फॉर्म
पुरुष एकल में भारत की उम्मीदें लक्ष्य सेन पर टिकी हैं। उन्होंने हाल ही में सैयद मोदी इंटरनेशनल सुपर 300 खिताब जीता और किंग कप इंटरनेशनल में तीसरा स्थान हासिल किया। अपनी इस फॉर्म को बरकरार रखते हुए लक्ष्य इस टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन करना चाहेंगे।
प्रणय की वापसी
एचएस प्रणय, जो कुछ समय से कोर्ट से दूर थे, मलेशिया ओपन के माध्यम से अपनी वापसी कर रहे हैं। उनकी उपस्थिति भारतीय बैडमिंटन टीम को और मजबूती प्रदान करेगी।
मलेशिया ओपन में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर सभी की निगाहें टिकी होंगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि सत्विक और चिराग अपनी शानदार लय को जारी रखते हैं या नहीं, और युवा खिलाड़ी लक्ष्य सेन नई ऊंचाइयों को छू पाते हैं।