कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने चुनाव परिणाम से पहले अपनी पार्टी का रुख साफ किया है।सातवें चरण के मतदान से पहले गुलाम नबी आजाद ने कहा कि अगर 23 मई को नतीजे कांग्रेस पार्टी के पक्ष में आते हैं, तो कांग्रेस पार्टी केंद्र में अगली सरकार का नेतृत्व करेगी।
लेकिन उन्होंने यह भी साफ किया कि अगर कांग्रेस पार्टी को लेकर सभी दलों में सर्वसम्मति नहीं बनती तब भी वह किसी अन्य नेता को प्रधानमंत्री पद के लिए समर्थन कर सकते हैं।
अपनी बातों को आगे बढ़ाते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमारा लक्ष्य शुरू से ही यह रहा है कि एनडीए को सत्ता में नहीं आना चाहिए। सर्वसम्मति से जो भी निर्णय आएगा कांग्रेस पार्टी उसके साथ खड़ी रहेगी।
उन्होंने यह भी दावा किया कि केंद्र में इस बार एनडीए की सरकार नहीं बनने वाली है। इसके अलावा गुलाम नबी आजाद ने कहा कि अगर बीजेपी को कम सीटें मिलती है तो एनडीए में ही शामिल कई दल गैर- बीजेपी सरकार बनाने में मदद कर सकती हैं।
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मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेसी नेता ने कहा कि कुछ दल सत्ता पाने या किसी मजबूरी के कारण एनडीए के साथ हैं।इससे पहले गुलाम नबी आजाद ने गोरखपुर में कहा था कि इस बार देश में परिवर्तन होना तय है।
भाजपा की सरकार केंद्र में नहीं बनने जा रही है। उन्होंने कहा था कि पिछली बार भाजपा को 73 सीटें मिली थी। लेकिन इस बार उत्तर प्रदेश में बीजेपी मात्र 10 से 15 सीटों पर ही सिमट कर रह जाएगी।
उन्होंने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि चौकीदार ढीला पड़ गया है। लेकिन गुलाम नबी आजाद के बयान से तो इतना साफ होता है कि कांग्रेसी नेता भी अप्रत्यक्ष रूप से यह मान रहे हैं कि राहुल गांधी इस बार प्रधानमंत्री नहीं बनने जा रहे हैं या नतीजे उनके पक्ष में नहीं आएंगे।