लोकसभा चुनाव के साथ हुए आंध्रा प्रदेश चुनाव में एकतरफा जादू देखने को मिला है। चुनावी नतीजे में जिस तरह मोदी का केंद्र की सत्ता में जादू देखने को मिला उसी तरह इस बार आंध्र प्रदेश के लोकसभा और विधानसभा में वाईआरएस कांग्रेस क जगनमोहन रेड्डी का जादू चला है। मोदी सुनामी कहे जाने वाले इस परिणाम में बीजेपी आंध्र प्रदेश में अपना खाता खोलने तक से महरूम रह गई है। आंध्रप्रदेश में जगन मोहन रेड्डी ने प्रचंड बहुमत के साथ आज मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है।
आंध्र प्रदेश के विधानसभा चुनाव में वाईआरएस ने 25 सीटों में 22 सीटों पर अपना कब्ज़ा जमाया है। आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद जगन मोहन रेड्डी ने आज दूसरे मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। इस शपथ ग्रहण कार्यक्रम में डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव समेत कई दिग्गज नेताओं ने हिस्सा लिया है।
आज आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा के समीप आईजीएमसी स्टेडियम में जगनमोहन रेड्डी ने राज्यपाल ई एस एल नरसिम्हन के समक्ष मुख्यमंत्री की शपथ ली है। इस भव्य आयोजित समारोह में दोपहर 12 बजकर 23 मिनट पर रेड्डी ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। उन्होंने इस दौरान राज्यपाल को गुलदस्ता भी भेंट किया।
मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह से पहले राष्ट्रगान हुआ जिसके बाद जगन रेड्डी से शपथ ली है। इस पूरे कार्यक्रम को दिल्ली स्थित आंध्रा भवन में पहली बार मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह की लाइव स्ट्रीमिंग दिखाई गई। लाइव स्ट्रीमिंग के दौरान विभिन्न देशों के राजदूत, प्रतिनिधि, व्यापारिक संगठनों के लोगों के साथ-साथ मीडियाकर्मी मौजूद थे। जबकि रेड्डी ने तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) प्रमुख चंद्रबाबू नायडू को भी इस समारोह में आमंत्रित किया था।
शपथ ग्रहण समारोह में जगनमोहन रेड्डी ने अकेले ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। जबकि मंत्रिमंडल का गठन 7 जून को किया जा सकता है। बता दें, वाईएसआर कांग्रेस ने विधानसभा की 175 में से 151 सीटों पर प्रचंड जीत हासिल की है। इसके साथ ही देशभर में मोदी लहर के बावजूद वाईएसआर कांग्रेस ने लोकसभा की 25 में से 22 सीटों पर जीत दर्ज की है।
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