जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक सरगर्मी एक बार फिर बढ़ गई है। कल शाम होते तक यह खबर आई कि राज्य में कांग्रेस-पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक को सरकार बनाने का न्योता भेजा था। जैसे ही यह अटकलें तेज हुई तभी पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन ने भी यह यह एलान कर दिया कि उनके पास सरकार बनाने के लिए बहुमत है। राज्यपाल को लिखे पत्र में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और 18 मौजूदा विधायकों के समर्थन की बात कही।
आपको बता दें कि सज्जाद लोन ने यह घोषणा किसी प्रेस कॉन्फ्रेंस या न्यूज़ चैनल में नहीं बल्कि सोशल मीडिया के माध्यम से की। पीडीपी के सरकार बनाने की घोषणा के कुछ समय बाद ही सज्जाद लोन ने राज्यपाल को एक पत्र भेजा और उसमें जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने की पेशकश की।
पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन ने सोशल मीडिया पर एक स्क्रीनशॉट साझा किया है जो उन्होंने राज्यपाल सत्यपाल मलिक के पीआरओ जीवन लाल को व्हाट्सएप पर भेजा था। इस पत्र में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और 18 अन्य विधायकों के समर्थन की बात कही थी।
सज्जाद लोन ने राज्यपाल को लिखे अपने पत्र में कहा कि “मैं आपको यह आश्वस्त करता हूं कि मेरे पास बीजेपी और राज्य के 18 विधायकों का समर्थन है, मैं राज्य में शांति, सद्भाव और समृद्धि बहाल करने के लिए एक मजबूत और राजनीतिक रूप से स्थिर सरकार बनाउंगा और समग्र विकास की दिशा में काम करूंगा।
जम्मू-कश्मीर की विधानसभा में इस समय 87 सीटें हैं। बहुमत साबित करने के लिए 44 विधायकों का समर्थन जरूरी है। भारतीय जनता पार्टी के पास 25 विधायक हैं, तो वहीं सज्जाद गनी लोन के नेतृत्व वाली पीपुल्स कांफ्रेंस के पास दो विधायक हैं। कुल मिलाकर हुए 27 विधायक।इसके अलावा सज्जाद लोन ने 18 अन्य विधायकों के समर्थन होने की बात भी कही थी। लेकिन उन 18 विधायकों के नाम का कोई जिक्र नहीं किया था। तो अगर सज्जाद लोन उन 18 विधायकों का समर्थन पा लेते हैं तो उनके पास कुल 45 विधायकों का समर्थन होगा। यानि कि बहुमत आंकड़े से एक ज्यादा। तो इस तरह के समीकरण से सज्जाद लोन बहुमत साबित कर सकते हैं।