दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने जनता से कांग्रेस को वोट न करने की अपील की है। केजरीवाल का यह बयान ऐसे लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच आया है।ख़बरों में जहां कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गठबंधन के कयास लगाए जा रहे थे वहीं केजरीवाल का यह बयान बड़ा तहलका मचाने जा रहा है।अरविन्द केजरीवाल ने ककरोला में रविवार को एक कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए भाजपा को वोट नहीं करने की अपील की है। उन्होंने दिल्ली के सातों सांसदों पर किसी तरह के विकास कार्य नहीं करने का भी खुलेआम आरोप लगाया है।
इस दौरान आम आदमी पार्टी प्रमुख केजरीवाल ने वहां उपस्थित लोगों से कांग्रेस को भी वोट करने ने इंकार किया है। उन्होंने कहा कांग्रेस को वोट करने से इसका सीधा फायदा प्रधान मंत्री मोदी को जायेगा। इसीलिए आप सभी दिल्ली की सारे 7 सीटों पर आम आदमी पार्टी को जीत दिलाने की अपील की है।
जैसा कि इससे पहले आम आदमी पार्टी की स्वाति मालीवाल ने राजीव गाँधी से भारत रत्न वापस लेने की बिल पर आपत्ति जताते हुए ‘आप’ से इस्तीफा दे दिए था जबकि कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने भी 2019 लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी से गटबंधन पर अपने पद से इस्तीफा सौंप दिया था।
यह भी पढ़ें :अजय माकन ने कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष से दिया इस्तीफा
आम आदमी की स्थापना केंद्र में बैठी कांग्रेस सरकार के खिलाफ और कई योजनाओं को पारित कराने की मांग पर बनाई गई थी। मगर आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से गठजोड़ की सुगबुगाहट पर पार्टी प्रमुख अरविन्द केजरीवाल ने विराम लगा दिया है। उन्होंने साफ शब्दों में प्रदेश की जनता से कांग्रेस के विरोध में खुद की पार्टी को मत डालने की अपील की है। बीजेपी की मोदी सरकार से नाराजगी जाहिर करते हुए कांग्रेस को वोट करने पर मोदी को मुनाफा होने वाला बताया है।
केजरीवाल के मीडिया सलाहकार नागेंद्र शर्मा ने उत्तर प्रदेश के कैराना उपचुनाव के नतीजे की ओर इशारा करते हुए बताया है कि गैर भाजपाई दलों को कांग्रेस के हाथ की कोई जरूरत नहीं है। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस भाजपा के साथ मेलजोल कर रखी है इसके साथ ही अन्य क्षेत्रीय दलों को तिरस्कार करने का भी आरोप लगाया है।आपको बता दें, अजय माकन ने बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उठाने के लिए केजरीवाल को जिम्मेदार बताया था।