• हमें जानिए
  • सम्पर्क
Monday, January 25, 2021
No Result
View All Result
Indian Election News
  • होम
  • लोकसभा चुनाव
  • विधानसभा चुनाव
    • छत्तीसगढ़
    • मध्य प्रदेश
    • मिजोरम
    • राजस्थान
    • तेलंगाना
  • न्यूज़
  • चुनावी समझ
  • वीडियो
  • होम
  • लोकसभा चुनाव
  • विधानसभा चुनाव
    • छत्तीसगढ़
    • मध्य प्रदेश
    • मिजोरम
    • राजस्थान
    • तेलंगाना
  • न्यूज़
  • चुनावी समझ
  • वीडियो
No Result
View All Result
Indian Election News
No Result
View All Result
Home चुनावी समझ

तृणमूल कांग्रेस

तृणमूल कांग्रेस पार्टी की स्थापना ममता बनर्जी ने की थी। TMC पार्टी की शुरुआत पश्चिम बंगाल से हुई है। ममता ने अपने पार्टी का विस्तार तेज़ी से करते हुए देश के कई राज्य तक पहचान बना ली है। 2016 में चुनाव आयोग तृणमूल कांग्रेस के प्रद्दर्शन को देखते हुए AITMC का दर्जा दे चुकी है। । ।

by शशांक सोनू
October 25, 2018
in चुनावी समझ
0
तृणमूल कांग्रेस
0
SHARES
504
VIEWS
Share on WhatsappShare on Facebook

तृणमूल कांग्रेस भारत के पश्चिम बंगाल की एक अहम क्षेत्रीय दल है। TMC की स्थापना 1 जनवरी 1998 को हुई थी। ALL INDIA TRINAMOOL CONGRESS की संस्थापक वर्तमान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हैं। 2014 लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने अपनी बेहतरीन प्रदर्शन से 42 सीटों में से 34 सीट पर जीत हासिल की थी। तृणमूल कांग्रेस 2014 लोकसभा चुनाव में देश की चौथी सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी थी। पार्टी के गठन से लेकर 2014 आम चुनाव तक तृणमूल कांग्रेस लोगों का विश्वास जीत शून्य से शिखर तक पहुंची है। सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस का नेतृत्व कर रही ममता बनर्जी ने केंद्र में बैठी सरकार की आलोचना का रूप पेश किया है और आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी में विपक्ष को एकजुट करने में लगी हुई हैं।

राजनीतिक विचारधारा

तृणमूल कांग्रेस का मूलभूत नारा बंगाली में “Ma Mati Manush” है। इसका अर्थ “Mother, Motherland and People” है। यह नारा 2011 बंगाल विधानसभा चुनाव प्रचार में दूर- दूर तक गूंजा था। इसी नारे के साथ बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बाद में एक बंगाली पुस्तक भी लिखी है। 2011 चुनाव का यह नारा तृणमूल कांग्रेस का पहचान बना। 2011 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, TMC के द्वारा चलाया गया यह नारा भारत के छह प्रचलित नारों में एक था। तृणमूल कांग्रेस लोकतांत्रिक समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता, उदारीकरण की विचारधारा के मूल सिद्धांत पर देश की राजनीति में सक्रीय है।

इतिहास

26 साल से कांग्रेस का साथ निभाने वाले विचार ने 1998 में कांग्रेस का दामन छोड़ दिया। ममता बनर्जी ने मुखिया के तौर पर नई पार्टी तृणमूल कांग्रेस की शुरुआत की। तृणमूल कांग्रेस को 1999 की आखिरी महीने दिसंबर में चुनाव आयोग से आधिकारिक दस्तावेज में दर्ज कराया गया। तृणमूल कांग्रेस का चुनाव चिन्ह ‘JORA GHAS PHUL’ है। 2009 के दिसंबर में नंदीग्राम में भड़की हिंसा में सरकार को घेरने के लिए तृणमूल कांग्रेस ने राज्य भर में व्यापक आंदोलन चलाई। 35 वर्षों से कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया (मार्क्सिस्ट) का नंदीग्राम में गढ़ रहा था। मगर हिंसात्मक गतिरोध के बाद 2009 चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की फिरोजा बीवी को नंदीग्राम की जनता ने भारी मतों से विजयी बनाया। 2009 लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस को पहले की 1 सीट से बढ़कर 19 सीटों पर अपार बहुमत मिला।

मणिपुर चुनाव

2012 में पहली बार पश्चिम बंगाल से बाहर निकल कर तृणमूल कांग्रेस मणिपुर विधानसभा चुनाव में उतरी। मणिपुर विधानसभा निर्वाचन में तृणमूल को 8 सीटों पर जीत हासिल हुई। 60 सीटों वाली मणिपुर विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस 10% वोटों के साथ मणिपुर की एक अकेली विपक्षी पार्टी बनी थी। हाल में हुए मणिपुर विधानसभा चुनाव में तृणमूल को बड़ा झटका लगा। 2017 विधानसभा में तृणमूल के हाथ सिर्फ विष्णुपुर की एक अकेली सीट पर जीत लग सकी।जबकि भाजपा शून्य से 21 सीट की जीत के साथ गठबंधन कर सत्ता पर काबिज हुई।कांग्रेस सबसे ज्यादा 28 सीट होने के बावजूद मणिपुर की सत्ता पर काबिज होने से महरूम रह गई। मणिपुर की 2017 चुनाव में तृणमूल पार्टी को मतदान का 5.6 % मत प्राप्त हुआ।

केरल चुनाव

2012 में मणिपुर की विधानसभा से शुरुआत कर तृणमूल कांग्रेस ने अपना कदम केरल की ओर बढ़ाया। 2014 लोकसभा में तृणमूल ने केरल के 5 सीटों पर उम्मीदवार को मैदान-ए-जंग में उतारा था। 2016 केरल विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस पार्टी बिना किसी गठबंधन किये मनोज संकरानेल्लूर के नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया।

चुनावी समीकरण

बंगाल की सक्रीय क्षेत्रीय पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने बंगाल में निरंतर अपने जनाधार को बढ़ाने का काम किया है। 2001 विधानसभा चुनाव में तृणमूण कांग्रेस पहली बार बंगाल के चुनावी मैदान में उतरी। विधानसभा की 226 सीटों पर चुनाव लड़ी TMC​ 60 सीटों पर जीत विपक्षी पार्टी बनकर उभरी। 2006 चुनाव में TMC को 30 सीटें मिली। 2011 विधानसभा चुनाव में TMC 184 जीत के साथ प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री TMC प्रमुख ममता बनर्जी बनीं। गत 2016 विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने पिछले परिणाम से बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 294 सीटों वाली पश्चिम बंगाल विधानसभा में 211 सीटों पर जीत हासिल की।

1998 लोकसभा में 8 सीटें जीतने वाली TMC पार्टी को 1999 में भाजपा से गठबंधन में एक सीट के इजाफा के साथ 9 सीटों पर जनता जनार्दन का आशीर्वाद मिला था। 2011 बंगाल विधानसभा में कांग्रेस के गठजोड़ से कुल 211 सीटें मिली थी मगर केंद्र सरकार में मौजूद कांग्रेस की सब्सिडी वाले घरेलू गैसों की संख्या में कटौती, डीजल के बढ़ते दाम और FDI की योजनाओं से नाराज TMC ने पश्चिम बंगाल में कांग्रेस से गठबंधन तोड़ लिया था।

​2014 लोकसभा के बाद AITC को पश्चिम बंगाल, मणिपुर, त्रिपुरा, झारखण्ड,असम के चुनावों में 6% मत मिलने के साथ ही चुनाव आयोग ने TMC को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दे दिया है।

 

Tags: लोकसभा चुनाव
शशांक सोनू

शशांक सोनू

नाम शशांक मिश्रा। मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं लेकिन बीते दस सालों से दिल्ली इनका परमानेंट ठिकाना है। दिल्ली विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान और पत्रकारिता की डिग्री हासिल कर चुके हैं। राजनीतिक पत्रकारिता में गहरी रूचि रखते हैं। सफर करना पसंद है लेकिन भारतीय रेल में नहीं। खाली समय में गुलाम अली से लेकर कुमार विश्वास तक को सुन लेते हैं।

Related Posts

ओम बिड़ला

पीएम मोदी ने एक बार फिर सबको चौकाया, ओम बिड़ला होंगे नए लोकसभा स्पीकर

by शशांक सोनू
June 18, 2019
0

समाचार एजेंसी ANI ने ट्वीट कर जानकारी दे है कि राजस्थान के कोटा से बीजेपी सांसद ओम बिड़ला नए लोकसभा अध्यक्ष होंगे। ANI ने ट्वीट...

तेजप्रताप यादव चाहते हैं तलाक

तेजप्रताप के खिलाफ यह कदम उठाएंगी ऐश्वर्या, चंद्रिका राय भी देंगे लालू परिवार को दोहरा झटका

by शशांक सोनू
June 17, 2019
0

RJD सुप्रीमो लालू यादव के साथ कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा है। पहले लोकसभा चुनाव में पार्टी की बुरी हार हुई। दूसरी तरफ कोर्ट...

लालू से मिलेंगे राजद के बड़े नेता

बुरी हार के बाद बैकफुट पर तेजस्वी यादव, अब यह संभालेंगे RJD की कमान

by शशांक सोनू
June 8, 2019
0

लोकसभा चुनाव में बुरी हार के बाद RJD सदमे में हैं। राजद के बड़े नेता लगातार हार के कारणो का मंथन कर रहे हैं लेकिन...

Next Post
2019 लोकसभा चुनाव में आँध्रप्रदेश

2019 लोकसभा चुनाव में आँध्रप्रदेश

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recommended

पवन कुमार चामलिंग

पवन कुमार चामलिंग

2 years ago
माधव होंगे मोतिहारी में रालोसपा प्रत्याशी

भूमिहारों का नया चेहरा बनकर उभर रहे हैं माधव आनंद, मोतिहारी में बनाई है अपनी विशेष पहचान

2 years ago
पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा का दावा, बोले- लोगों का मिल रहा है और बनाएंगे सरकार

पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा का दावा, बोले- लोगों का मिल रहा है और बनाएंगे सरकार

1 year ago
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी

2 years ago
राधामोहन सिंह हैं मोतिहारी के मौजूदा सांसद

मोतिहारी में होगा बड़ा उलटफेर, राधामोहन सिंह का कटेगा टिकट और NDA का यह नेता होगा उम्मीदवार

2 years ago
अमृता राय

बिहार की खूबसूरत न्यूज़ एंकर के प्यार ने इस दिग्गज नेता को बना दिया दीवाना

2 years ago
बिहार के पूर्व CM डॉ जगन्नाथ मिश्रा का निधन, प्रोफेसर के रुप में शुरू किया था अपना कैरियर

बिहार के पूर्व CM डॉ जगन्नाथ मिश्रा का निधन, प्रोफेसर के रुप में शुरू किया था अपना कैरियर

1 year ago
  • About
  • Privacy Policy
  • Contact
India Election 2019

© 2018 India Election 2019

No Result
View All Result
  • होम
  • लोकसभा चुनाव
  • विधानसभा चुनाव
    • छत्तीसगढ़
    • मध्य प्रदेश
    • मिजोरम
    • राजस्थान
    • तेलंगाना
  • न्यूज़
  • चुनावी समझ
  • वीडियो

© 2018 India Election 2019

Login to your account below

Forgotten Password?

Fill the forms bellow to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In