चंद्रयान-3: विक्रम लैंडर को आज स्पेसक्राफ़्ट से अलग किया जाएगा

चंद्रयान-3: विक्रम लैंडर को आज स्पेसक्राफ़्ट से अलग किया जाएगा

चंद्रयान 3 मिशन की ख़बरें भी महत्वपूर्ण हैं। इसरो ने घोषित किया कि चंद्रयान 3 का लैंडर अपने प्रोपल्शन सिस्टम के माध्यम से चंद्रमा की सतह के पास पहुँच गया है। इसका मतलब है कि लैंडर अब धीरे-धीरे चंद्रमा की सतह की ओर बढ़ रहा है।

इसरो के पूर्व वैज्ञानिक मायलस्वामी अन्नादुरई ने इस मिशन की महत्वपूर्णता को स्वीकारते हुए बताया कि चंद्रयान 3 की लैंडिंग का प्रयास दुनिया भर में बड़े उत्साह से देखा जा रहा है। वह इसके महत्व को बताते हुए कहते हैं कि इस मिशन से न केवल भारत को गर्व हो रहा है, बल्कि पूरी दुनिया इसके परिणाम का इंतजार कर रही है।

चंद्रयान 3 के लैंडर और रोवर की अगली महत्वपूर्ण कदम में वो 23 अगस्त के आसपास चंद्रमा की सतह पर उतरेगा। इस सफलता के मौके पर, इसरो के केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (राज्य प्रभार) जितेंद्र सिंह ने खूबसुरत टिप्पणी की है। उन्होंने इस मिशन को बड़ी उपलब्धि माना और इसके महत्व को दर्शाया।

वे इसके बारे में कहते हैं कि दुनिया अब चंद्रयान 3 पर नजर रख रही है और इसे एक अनूठे वैज्ञानिक मिशन के रूप में मान रही है। उन्होंने चंद्रयान श्रृंखला के द्वारा प्रदान की गई तस्वीरों की महत्वपूर्णता को भी बताया, जो पहली बार ऐसे कई रूपों में उपलब्ध हो रही हैं।

विश्व के पहले चंद्रयान मिशन में अमेरिका के नील आर्मस्ट्रांग ने 1969 में चंद्रमा पर कदम रखे थे, लेकिन इस बार भारत ने चंद्रयान 3 मिशन के माध्यम से चंद्रमा की सतह पर पानी की तस्वीरें प्राप्त की है। इससे मानव निवास की संभावना को नए दिशानिर्देश मिले हैं।

इस बार के चंद्रयान 3 मिशन में लैंडिंग के लिए चयन की गई स्थान की वजह से चंद्रयान 3 ने अपने प्रयासों से दुनिया की नजरों को आकर्षित किया है।

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